बॉलीवुड एक ऐसी जगह है जहां हजारों लोगों की किस्मत बनती हैं, और लाखों लोगों को यहां से निराश हो कर भी लौटना पड़ता है। लेकिन आज हम बॉलीवुड के उन सितारों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो एक समय इंडस्ट्री के बड़े कलाकारों में गिने जाते थे लेकिन बाद में उन्हें गुमनामी की जिंदगी गुजारनी पड़ी। वह इस तरह से फ्लॉप हुए कि उनकी मौत के समय वह बिल्कुल कंगाल हो चुके थे, यहां तक कि उनके पास अपने इलाज के भी पैसे नहीं थे।
निशा नूर
निशा 80 के दशक में साउथ की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। रजनीकांत और कमल हासन जैसे फिल्मी सितारे उनके साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक रहते थे। 2007 में वह एक सड़क पर मृत्यु पाईं गई थी, क्योंकि उनकी देखभाल करने के लिए उनके साथ कोई नहीं था। पैसे ना होने के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा सकीं, और एड्स के कारण उनकी मौत हो गई।
गेविन पैकार्ड
गैविन ने 90 के दशक में काफी फिल्में की, वह बॉलीवुड के एक मश्हूर विलेन माने जाते थे। लेकिन जब उनकी मौत हुई तो वह अकेले थे, और फिल्मों में काम ना मिलने के कारण उन्हें पैसों की कमी रहती थी।
रामी रेड्डी
रेड्डी 90 के दशक के सबसे खतरनाक विलेन माने जाते थे, और उस समय की करिब हर फिल्म में वह विलेन के रूप में नजर आते थे। लेकिन किसी बीमारी के कारण उनका करियर बर्बाद हो गया। 2011 में सिकंदराबाद में उनकी मौत हुई थी, और वह उस समय बिल्कुल अकेले और कंगाल थे।
एके हंगल
मश्हूर अभिनेता एके हंगल ने अपना पूरा जीवन बॉलीवुड को समर्पित कर दिया था, लेकिन उनके आखरी समय में किसी ने भी उनकी देखभाल नहीं की। उनके पास अपने इलाज के लिए भी पैसे नहीं थे, यहां तक कि जिस घर में उनकी मौत हुई वह भी किराए का था।
नीरज वोरा
2017 में नीरज वोरा की मौत होने से पहले, नीरज 13 महीने तक कोमा में थे। कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया, सिर्फ फिल्म निर्माता फिरोज नाडियाडवाला ने उनका अस्पताल का बिल भरा था।
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