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गोल्ड रिव्यू VS सत्यमेव जयते रिव्यू: पहला शो देखने वाले लोगों ने ऐसी बताई यह दोनों फिल्में

आज हम बात करने जा रहे हैं 15 अगस्त को रिलीज होने वाली उन दो बड़ी फिल्मों की जो देश भक्ति पर बनाई गई हैं। फिल्म सत्यमेव जयते और गोल्ड 15 अगस्त को मतलब आज बॉक्स ऑफिस पर टकरा चुके हैं। दोनों ही फिल्मों की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है किसी का कहना है कि गोल्ड अच्छी है तो किसी का कहना है कि सत्यमेव जयते। चलिए हम आपको उन लोगों का रिव्यू बताते हैं जिन्होंने इन फिल्मों का पहला शो देखा है।

गोल्ड रिव्यू VS सत्यमेव जयते रिव्यू: पहला शो देखने वाले लोगों ने ऐसी बताई यह दोनों फिल्में
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सत्यमेव जयते देखने वाले लोगों ने कहा है कि फिल्म बहुत अच्छी है। जॉन अब्राहम की एक्टिंग लोगों को काफी ज्यादा पसंद आई है। लोगों का कहना है कि फिल्म में एक्शन सींस रोमांस सींस के बदले ज्यादा है और उन्होंने यह भी कहा है कि फिल्म करप्शन के खिलाफ बहुत अच्छा मैसेज देती है। लोगों का कहना है कि फिल्म इंडिपेंडेंस डे पर रिलीज होने के लिए बहुत ही अच्छी है लेकिन फिल्में एक्शन सींस बहुत ज्यादा दिखाए गए हैं। जब उनसे पूछा गया कि सत्यमेव जयते और गोल्ड का कोई कंपैरिजन है तो उन्होंने कहा कि नहीं सत्यमेव जयते एक सोशल मैसेज देती है वही गोल्ड खेलों को लेकर है।

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कुछ लोगों का मानना यह भी है कि फिल्म काफी अच्छी है लेकिन हमें साथ-साथ निराशा भी मिली है। कहां गया है कि जॉन अब्राहम और मनोज वाजपेई ने जबरदस्त एक्टिंग की है लेकिन कहीं ना कहीं डायलॉग डिलीवरी फीकी पड़ चुकी है। जॉन अब्राहम के लिए यह एक अच्छे करियर की शुरुआत मानी गई है। गोल्ड और सत्यमेव जयते के कंपैरिजन रेल लोगों का कहना है कि दर्शक बढ़ चुके हैं क्योंकि फिल्म सत्यमेव जयते एडल्ट फिल्म है और सिर्फ 18 साल के ऊपर के दर्शन कैसे देख पाएंगे और वहीं गोल्ड को हर किसी उम्र का इंसान देख सकता है तो फायदा गोल्ड फिल्म को ही होगा।

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वहीं अगर हम बात करें फिर हम कॉल की तो गोल्ड के दर्शकों का कहना है कि फिल्म बहुत ही प्यारी तरीके से बनाई गई है और फिर पैट्रिऑटिस्म का संदेश देती है। कहां गया है कि हर हिंदुस्तानी को यह फिल्म देखनी चाहिए। लोगों को इस फिल्म के सारे एक्टर्स की एक्टिंग अच्छी बताई गई है। बताया जा रहा है कि इस फिल्म में यूनिटी का भी संदेश दिया गया है जो कि लोगों को बहुत प्रभावित कर चुका है। मोनी रॉय की एक्टिंग कम ही लोगों को पसंद आई है जबकि अक्षय कुमार के बारे में कहना है कि वह बंगाली बोलते हुए इतने अच्छे नहीं लग रहे हैं क्योंकि वह पंजाबी बोलते हुए ज्यादा अच्छे लगते हैं। फिल्म आपको इंडियन होने के जज्बे से परिचित कराती है। कहना यह भी है कि स्टोरी इंटरव्यू के बाद आपको ज्यादा प्रभावित करती है। किसी को फिल्म की स्टोरी मैं दिक्कत लगी तो किसी को मौनी रॉय की एक्टिंग में। लेकिन सभी ने जो कॉमन बात कही वह थी कि फिर बहुत ही प्यारी थी।

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आपने आज कौन सी फिल्म देखी और आपको वह फिल्म कैसी लगी हमें नीचे कमेंट सेक्शन बॉक्स में जरुर बताएं और बॉलीवुड से जुड़ी ऐसी और खबरें पाने के लिए हमें लाइक शेयर और फॉलो करना ना भूलें।

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