नई दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में बैंकिंग की दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. बड़ी संख्या में गरीब, मजदूर वर्ग के लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा गया है. समाज के निम्न वर्ग को स्वास्थ्य तथा बीमा योजना से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का काम किया गया है.
वित्त मंत्री ने कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए एनडीए सरकार द्वारा पिछले चार साल में बैंकिंग क्षेत्र में किए गए कामों को रखा. उन्होंने बताया कि बीते चार सालों के दौरान पूरी दुनिया में 51.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं, जिनमें से 32.41 करोड़ खाते अकेले भारत में जनधन योजना के तहत खोले गए हैं. इसका उद्देश्य यह था आम आदमी को बैंकों से जोड़ा जाए. इन खातों 81,200 करोड़ रुपये जमा हुए हैं. इनमें से 53 फीसदी खाते महिलाओं के हैं और 59 फीसदी खाते ग्रामीण तथा कस्बाई इलाकों में खोले गए हैं. 83 फीसदी खातों को आधार से जोड़ा गया है और 24.4 करोड़ लोगों के पास रूपे कार्ड हैं. जनधन खाते खोलने वालों को दो लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा. इस योजना से डिजिटल लेनदेन भी बढ़ा है.
इस योजना के तहत 31 जनवरी, 2015 तक खोले गए खातों में खाताधारक को 30 हजार रुपये का बीमा मिलता था. बीमा योजना का 4981 लोगों ने फायदा उठाया है. इसी योजना के तहत प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना थी, 1 रुपये महीने में 1 लाख रुपये का जीवन बीमा मिलता था, 13.98 फीसदी (लगभग 14 करोड़) लोगों ने उसका फायदा उठाया. 19436 लोगों के दावों का भुगतान किया जा चुका है.
जारी रहेगी अटल पेंशन योजना
जीवन ज्योति योजना (12 रुपये वाली) में 5.47 फीसदी (1.10 लाख) क्लेम हो चुके हैं. दोनों योजनाओं को मिलाकर 2600 करोड़ रुपये की बीमा राशि का भुगतान किया जा चुका है. वित्त मंत्री ने बताया कि अटल पेंशन योजना में 1.11 लाख लोगों शामिल हुए हैं. अगस्त 2018 में यह योजना खत्म हो गई है. कैबिनेट ने फैसला लिया है कि अब इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अटल पेंशन योजना को आगे भी जारी रखा जाएगा.
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